खनिज मानव जाति की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विकास में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। पूरà¥à¤µ-à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• समय से, मानव जाति सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ चरणों से गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥€ थी जिसके लिठखनिज रीढ़ थे। जैसा कि हम सà¤à¥€ जानते हैं, खनिज संसाधन परिमित और गैर-नवीकरणीय हैं और मानव सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के लिठउनका विवेकपूरà¥à¤£ उपयोग और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ संरकà¥à¤·à¤£ बहà¥à¤¤ आवशà¥à¤¯à¤• है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संदरà¥à¤ में, यह देखा जा सकता है कि हमारे पास खनिज की काफी बड़ी विविधता है और कà¥à¤› कम खनिजों के अपवाद के साथ हमारी बंदोबसà¥à¤¤à¥€ काफी परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। बढ़ती जनसंखà¥à¤¯à¤¾, अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की बढ़ती दर और मांग को देखते हà¥à¤, ये खनिज संसाधन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में कà¥à¤› समय के लिठसमापà¥à¤¤ हो जाते हैं। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° खनिज संसाधनों की समापà¥à¤¤à¤¿ और उनके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• महतà¥à¤µ है ताकि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को बढ़ावा देने के लिठघरेलू मांग के साथ-साथ विदेशी वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° के लिठखनिजों की निरà¥à¤¬à¤¾à¤§ रूप से सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ आपूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जा सके। खनिज शोषण की इस यातà¥à¤°à¤¾ में, संरकà¥à¤·à¤£ और पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ की अवधारणा को हमेशा याद रखना चाहिà¤à¥¤
अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में खनिजों का योगदान:
à¤à¤• अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के समगà¥à¤° विकास में खनिजों का योगदान बहà¥à¤¤ अधिक है। यह लोगों के जीवन सà¥à¤¤à¤° को ऊपर उठाने में मदद करता है। लोगों का जीवन सà¥à¤¤à¤° उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¤¤à¤¾ का मापक है। सड़कों और असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£, ऑटोमोबाइल और घरों के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिà¤, कंपà¥à¤¯à¥‚टर और उपगà¥à¤°à¤¹ बनाने के लिà¤, बिजली उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करने के लिà¤, और कई अनà¥à¤¯ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं और सेवाओं को पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिà¤, जो उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ आनंद लेते हैं, की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। इसके अलावा, खनन आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ और देशों के लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है।
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