पृथà¥à¤µà¥€ में बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों की असंखà¥à¤¯ विविधता है। वायà¥, à¤à¥‚मि, मिटà¥à¤Ÿà¥€, जल, वन और वनà¥à¤¯ जीवन संसाधन, कà¥à¤› उलà¥à¤²à¥‡à¤– करने के लिठहैं। आरà¥à¤¥à¤¿à¤• à¤à¥‚गोल में समà¤à¤¨à¥‡ के लिठदो पà¥à¤°à¤®à¥à¤– और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधन हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मानव गतिविधियों का समरà¥à¤¥à¤¨ करने में उनकी à¤à¥‚मिका है। वे खनिज और खनिज ईंधन हैं। à¤à¥‚मि और पानी की तरह, खनिज पृथà¥à¤µà¥€ के अमूलà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• खजाने हैं। खनिज संसाधनों के उपयोग के बिना कोई औदà¥à¤¯à¥‹à¤—ीकरण नहीं है। किसी देश की अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और उसके राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आय के सà¥à¤°à¥‹à¤¤ का विकास मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से उपलबà¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों पर निरà¥à¤à¤° करता है। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों में से कà¥à¤› नवीकरणीय हैं और उनमें से कई वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप से à¤à¤• बार उपयोग किठजाने के बाद खो गठहैं। गैर-नवीकरणीय संसाधनों का संरकà¥à¤·à¤£ और संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाना चाहिठताकि उनकी à¤à¤¾à¤µà¥€ पीढ़ी जीवित रह सके। खनिज और बिजली संसाधन औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक विकास का समरà¥à¤¥à¤¨ करते हैं और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को विकसित करने में मदद करते हैं। इनमें से कई संसाधन समान रूप से कà¥à¤·à¥ˆà¤¤à¤¿à¤œ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और ऊरà¥à¤§à¥à¤µà¤¾à¤§à¤° गहराई में वितरित नहीं किठजाते हैं। उनकी मातà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• घटनाà¤à¤‚ à¤à¥€ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• विविध हैं। खनिज कई बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों के लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कचà¥à¤šà¥‡ माल हैं और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक विकास में पà¥à¤°à¤®à¥à¤– निवेश हैं। इसलिà¤, खनिज संसाधनों के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन को खनिजों के विकास और दोहन की समगà¥à¤° रणनीति के साथ घनिषà¥à¤ रूप से à¤à¤•à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ किया जाना है, जिसे दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤ किया जाना है।
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