किनाइट, सिलिमेनाइट और à¤à¤‚डालà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ:
Kyanite, Sillimanite और Andalusite तीन à¤à¤²à¥à¤¯à¥‚मीनियम सिलिकेट खनिज हैं जिनमें à¤à¤• ही रासायनिक संरचना (Al2O3 .SiO2) है लेकिन à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• गà¥à¤£à¥‹à¤‚ में à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ है। अंडालà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ (Al2SiO5) à¤à¤• à¤à¤²à¥à¤¯à¥‚मीनियम nesosilicate खनिज है जो खनिज के किनाइट समूह से संबंधित है।
Andalusite दो अनà¥à¤¯ खनिजों के साथ à¤à¤• बहà¥à¤°à¥‚पी है: Kyanite और Sillimanite। इन खनिजों को उनके विशेष रिफà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥€ गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° 'सà¥à¤ªà¤°-रेफà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤œ' के रूप में à¤à¥€ जाना जाता है। यूà¤à¤¨à¤à¤«à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 1.4.2010 को देश में à¤à¤‚डलूसाइट के कà¥à¤² संसाधनों को 18.5 मिलियन टन रखा गया है। कोई à¤à¤‚डार नहीं है। संसाधन उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और à¤à¤¾à¤°à¤–ंड में अवसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ बहà¥à¤¤ सीमित है।
फायरकà¥à¤²à¥‡:
रिफà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥€ CLAY का à¤à¤• समूह रिफà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥€ ईंटों के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उपयोग किया जाता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पास फायरकà¥à¤²à¥‡ का परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ à¤à¤‚डार है। आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल, मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के लोअर गोंडवाना कोलफीलà¥à¤¡à¥à¤¸ और तमिलनाडॠमें नेवेली लिगà¥à¤¨à¤¾à¤‡à¤Ÿ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सबसे अचà¥à¤›à¥€ जमा होती है। गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में आग लगने की उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय घटनाà¤à¤‚, कोयले के उपायों से संबंधित नहीं, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के जबलपà¥à¤° कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और ओडिशा के बेलपहाड़-सà¥à¤‚दरगढ़ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में होने की सूचना है।
गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ:
गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ, जिसे बà¥à¤²à¥ˆà¤• लेड à¤à¥€ कहा जाता है, पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप से पाठजाने वाले कारà¥à¤¬à¤¨ की à¤à¤• किसà¥à¤® है। इसमें गà¥à¤°à¥‡-टू-बà¥à¤²à¥ˆà¤• मेटैलिक लसà¥à¤Ÿà¤° और गà¥à¤°à¥€à¤¸à¥€ फील है। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ दो वाणिजà¥à¤¯à¤¿à¤• किसà¥à¤®à¥‹à¤‚ में विà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ है: कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¤²à¥€à¤¯ (परतदार) गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ और अनाकार गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿà¥¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ की घटनाà¤à¤‚ सामने आती हैं। आरà¥à¤¥à¤¿à¤• महतà¥à¤µ के à¤à¤‚डार आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•, केरल, ओडिशा, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और तमिलनाडॠमें सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में गà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¾à¤‡à¤Ÿ के कà¥à¤² संसाधन लगà¤à¤— 174.85 मिलियन टन हैं।
Kyanite:
देश में UNFC पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ (1.4.2010 के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°) के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° kiteite के कà¥à¤² संसाधनों को 103.24 मिलियन टन पर रखा गया है। राजà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤°, अकेले आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ का हिसà¥à¤¸à¤¾ कà¥à¤² संसाधनों का 78% से अधिक है, इसके बाद करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• 13% और à¤à¤¾à¤°à¤–ंड 6% है। शेष 3% संसाधन केरल, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, तमिलनाडॠऔर पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल में हैं।
मैगà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ:
मैगà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ (MgCO3) मैगà¥à¤¨à¥€à¤¶à¤¿à¤¯à¤® का à¤à¤• कारà¥à¤¬à¥‹à¤¨à¥‡à¤Ÿ है। यह आमतौर पर सरà¥à¤ªà¥€à¤¨ में अनियमित नसों के रूप में पाया जाता है और डोलोमाइट और चूना पतà¥à¤¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨ से बनता है। यह बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ अपवरà¥à¤¤à¤• के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठà¤à¤• बहà¥à¤¤ ही महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ खनिज है, जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर इसà¥à¤ªà¤¾à¤¤ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में किया जाता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मैगà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ के कà¥à¤² संसाधन लगà¤à¤— 335 मिलियन टन हैं। मैगà¥à¤¨à¥‡à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ संसाधनों की परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड (69%), राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (16%) और तमिलनाडॠ(12%) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया जाता है। संसाधन आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, जमà¥à¤®à¥‚ और कशà¥à¤®à¥€à¤°, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• और केरल में à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं।
Pyrophyllite:
पाइरोफलाइट (Al2O3। 4SiO2। H2O) à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¿à¤¯à¤® का à¤à¤• हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨à¤¿à¤• सिलिकेट है। यह कई à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• और ऑपà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤² गà¥à¤£à¥‹à¤‚ में तालक के साथ निकटता से मिलता जà¥à¤²à¤¤à¤¾ है लेकिन रासायनिक संरचना में तालक के साथ à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ होता है जिसमें à¤à¤²à¥à¤¯à¥‚मिना के बजाय मैगà¥à¤¨à¥€à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ होता है। पाइरोफलाइट उचà¥à¤š शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के सिरेमिक और अपवरà¥à¤¤à¤• में और कीटनाशक उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में à¤à¤• à¤à¤°à¤¾à¤µ के रूप में आवेदन पाता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में, मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के छतरपà¥à¤°, टीकमगढ़ और शिवपà¥à¤°à¥€ जिलों, उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के महोबा और ललितपà¥à¤° जिलों और ओडिशा के कà¥à¤¯à¥‹à¤‚à¤à¤° जिले से पाइरोफलाइट का उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ होता है। पाइरोफलाइट पाउडर आसानी से मशीनीकृत होता है और इसमें उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ तापीय सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ होती है। इसलिà¤, फायरिंग के समय थरà¥à¤®à¤² विसà¥à¤¤à¤¾à¤° को कम करने के लिठमिटà¥à¤Ÿà¥€ में पाइरोफलाइट पाउडर मिलाया जाता है।
सिलिमनाइट:
सिलिमेनाइट की खदानें à¤à¥€ अफीमसà¥à¤Ÿ विधि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ काम की जाती हैं। महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ माइनिंग कॉरà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ लिमिटेड की पोहरा खदान अरà¥à¤§-यंतà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ है। केरल, ओडिशा और तमिलनाडॠमें समà¥à¤¦à¥à¤° तट रेत से गà¥à¤°à¥ˆà¤¨à¥à¤¯à¥à¤²à¤° सिलिमेनाइट को à¤à¤• उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ के रूप में इलà¥à¤®à¥‡à¤¨à¤¾à¤‡à¤Ÿ, रूटाइल, जिरकोन, गारà¥à¤¨à¥‡à¤Ÿ, आदि के रूप में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जाता है। उचà¥à¤š तापमान पर मà¥à¤²à¤¿à¤Ÿ चरण बनाने की उनकी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के कारण, मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से रिफà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में काइटाइट, सिलिमेनाइट और à¤à¤‚डà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ का उपयोग किया जाता है। इनका उपयोग घनी ईंटों, इनà¥à¤¸à¥à¤²à¥‡à¤Ÿ ईंटों, अखंड और कासà¥à¤Ÿà¥‡à¤¬à¤² जैसे दà¥à¤°à¥à¤¦à¤®à¥à¤¯ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठकिया जाता है। Sillimanite रिफà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥€ ईंटें बड़े पैमाने पर सà¥à¤Ÿà¥€à¤² और कांच उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में और सिरेमिक, सीमेंट à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚, गरà¥à¤®à¥€ उपचार à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और पेटà¥à¤°à¥‹ रसायन उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में à¤à¥€ उपयोग की जाती हैं।
.